Google ने अपने सर्च इंजन के साथ यूज़र्स के इंटरैक्शन के तरीके को पूरी तरह बदलने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने 20 मई को अपनी वार्षिक Google I/O 2025 डेवलपर कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि अब AI मोड पूरे अमेरिका में सभी यूज़र्स के लिए उपलब्ध होगा।
मार्च 2025 में इसे एक प्रयोगात्मक फीचर के रूप में लॉन्च किया गया था, जिसमें यूज़र्स को Google Labs के जरिए ऑप्ट-इन करना पड़ता था। अब AI मोड सर्च में सीधे एक मानक विकल्प के रूप में उपलब्ध हो गया है। जो यूज़र्स तुरंत नई सुविधाओं का अनुभव करना चाहते हैं, वे अभी भी Google Labs के जरिए आगामी फीचर्स के लिए जल्दी एक्सेस प्राप्त कर सकते हैं।
AI मोड सर्च तकनीक में एक महत्वपूर्ण विकास है, जिसमें Google द्वारा विकसित "क्वेरी फैन-आउट" तकनीक का उपयोग होता है। यह जटिल सवालों को उप-विषयों में विभाजित कर कई सर्च एक साथ करता है। इस प्रक्रिया से सिस्टम पारंपरिक सर्च की तुलना में वेब कंटेंट में और गहराई तक जा सकता है, जिससे जटिल और बहु-स्तरीय सवालों के लिए अधिक व्यापक उत्तर मिलते हैं।
Google Search के VP ऑफ प्रोडक्ट, रॉबी स्टीन ने बताया, "हमने टेस्टिंग में देखा है कि लोग पारंपरिक सर्च की तुलना में लगभग दोगुनी लंबी क्वेरी पूछ रहे हैं और लगभग एक चौथाई बार फॉलो-अप सवाल भी कर रहे हैं।"
इस राष्ट्रव्यापी रोलआउट के साथ कई उन्नत क्षमताएं भी आई हैं। Deep Search, जो कि AI मोड में Labs के तहत नया फीचर है, क्वेरी फैन-आउट तकनीक को अगले स्तर पर ले जाता है। यह सैकड़ों सर्च जारी कर मिनटों में विशेषज्ञ स्तर की, पूरी तरह से उद्धृत रिपोर्ट तैयार करता है। इसके अलावा, Google AI मोड में Project Astra की लाइव क्षमताओं का भी एकीकरण कर रहा है, जिससे यूज़र्स अपने कैमरे के जरिए जो देख रहे हैं, उस पर Search Live फीचर के माध्यम से रियल-टाइम में बातचीत कर सकते हैं।
Google, Project Mariner से एजेंटिक क्षमताएं भी AI मोड में ला रहा है, जिसकी शुरुआत इवेंट टिकट, रेस्टोरेंट रिजर्वेशन और लोकल अपॉइंटमेंट्स से होगी। इसके लिए कंपनी Ticketmaster, StubHub, Resy और Vagaro जैसी सेवाओं के साथ साझेदारी कर रही है, ताकि इन सेवाओं के लिए सहज अनुभव मिल सके।
AI मोड, Gemini 2.5 के कस्टम वर्शन द्वारा संचालित है, जो Google का सबसे उन्नत AI मॉडल है। यह फीचर Google की AI-संचालित सर्च में बढ़ती प्रतिस्पर्धा—जैसे Perplexity AI और OpenAI के ChatGPT—का रणनीतिक जवाब है। जैसे-जैसे Google यूज़र्स से फीडबैक लेता रहेगा, इन प्रयोगात्मक फीचर्स में से कई को भविष्य में मुख्य सर्च अनुभव का हिस्सा बना दिया जाएगा।