menu
close

Apple ने WWDC 2025 में डेवलपर्स के लिए ऑन-डिवाइस AI की सुविधा खोली

9 जून 2025 को आयोजित WWDC 2025 में Apple ने घोषणा की कि वह अपने 3-बिलियन पैरामीटर वाले ऑन-डिवाइस फाउंडेशन मॉडल्स को थर्ड-पार्टी डेवलपर्स के लिए उपलब्ध कराएगा। यह महत्वपूर्ण कदम डेवलपर्स को Apple की AI क्षमताओं—जैसे कि टेक्स्ट समरी और ऑटोकरेक्ट—को सीधे अपनी ऐप्स में जोड़ने की सुविधा देगा। हालांकि ये मॉडल क्लाउड-आधारित प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम शक्तिशाली हैं, लेकिन यह पहल Apple के प्राइवेसी-केंद्रित ढांचे के भीतर उसके AI इकोसिस्टम का विस्तार करती है।
Apple ने WWDC 2025 में डेवलपर्स के लिए ऑन-डिवाइस AI की सुविधा खोली

Apple ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इकोसिस्टम के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने घोषणा की है कि अब डेवलपर्स को उसके ऑन-डिवाइस फाउंडेशन मॉडल्स तक पहुंच मिलेगी। यह घोषणा 9 जून 2025 को आयोजित वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (WWDC) की मुख्य प्रस्तुति के दौरान की गई, जो Apple की AI विकास रणनीति में एक रणनीतिक बदलाव को दर्शाती है।

जिन फाउंडेशन मॉडल्स को डेवलपर्स के लिए खोला जा रहा है, वे वही लगभग 3 बिलियन पैरामीटर वाले मॉडल हैं, जिन्हें Apple फिलहाल अपने Apple Intelligence प्लेटफॉर्म में टेक्स्ट समरी और ऑटोकरेक्ट जैसी सुविधाओं के लिए आंतरिक रूप से इस्तेमाल करता है। डेवलपर्स को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट (SDK) और संबंधित फ्रेमवर्क्स प्रदान करके, Apple उन्हें इन AI क्षमताओं को सीधे अपनी एप्लिकेशन्स में एकीकृत करने का अवसर दे रहा है।

यह कदम Apple की AI रणनीति में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हालांकि ये ऑन-डिवाइस मॉडल्स OpenAI और Google जैसे प्रतिस्पर्धियों के क्लाउड-आधारित सिस्टम्स की तुलना में काफी छोटे और कम सक्षम हैं, लेकिन इनके अपने अलग फायदे हैं। ये मॉडल्स सीधे यूज़र के डिवाइस पर चलते हैं, न कि क्लाउड में, जिससे Apple की लंबे समय से चली आ रही प्राइवेसी और ऑन-डिवाइस प्रोसेसिंग की प्रतिबद्धता बनी रहती है।

उद्योग विश्लेषकों का मानना है कि यह तरीका यूज़र्स के लिए वास्तव में उपयोगी फीचर्स को अनलॉक कर सकता है, साथ ही Apple की प्राइवेसी-फर्स्ट फिलॉसफी को भी बरकरार रखता है। ऑन-डिवाइस इम्प्लीमेंटेशन का मतलब है कि डेवलपर्स अधिक इंटेलिजेंट एप्लिकेशन्स बना सकते हैं, बिना संवेदनशील यूज़र डेटा को बाहरी सर्वर्स पर भेजे।

पर्दे के पीछे, Apple और भी अधिक शक्तिशाली मॉडल्स पर काम कर रहा है, जिनमें 3B से लेकर 150B पैरामीटर तक के वर्शन का आंतरिक परीक्षण किया जा रहा है। हालांकि, फिलहाल केवल छोटे ऑन-डिवाइस मॉडल्स ही डेवलपर्स के लिए उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

जहां एक ओर Apple को AI की दौड़ में प्रतिस्पर्धियों से पीछे रहने के लिए आलोचना झेलनी पड़ रही है, वहीं डेवलपर्स-केंद्रित यह पहल कंपनी के AI इकोसिस्टम के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डेवलपर्स को Apple के ढांचे के भीतर और अधिक इंटेलिजेंट एप्लिकेशन्स बनाने का अधिकार देकर, कंपनी एक अधिक AI-सक्षम प्लेटफॉर्म की नींव रख रही है, साथ ही यूज़र प्राइवेसी के अपने विशिष्ट दृष्टिकोण को भी बनाए रखे हुए है।

Source:

Latest News