Apple अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रणनीति का विस्तार करने की तैयारी कर रहा है, जिसके तहत अब थर्ड-पार्टी डेवलपर्स को अपने AI मॉडल्स के साथ काम करने की अनुमति दी जाएगी। यह कंपनी के मशीन लर्निंग तकनीकों के दृष्टिकोण में एक बड़ा बदलाव है।
Bloomberg के मार्क गुरमन के अनुसार, Apple 9 जून, 2025 को होने वाले अपने वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (WWDC) में एक नया सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट (SDK) और संबंधित फ्रेमवर्क्स पेश करेगा। यह टूलकिट ऐप डेवलपर्स को Apple Intelligence की इमेज क्रिएशन, टेक्स्ट एडिटिंग और अन्य AI क्षमताओं को सीधे अपनी ऐप्स में इंटीग्रेट करने की सुविधा देगा।
शुरुआत में, Apple डेवलपर्स को उन छोटे AI मॉडल्स तक ही पहुंच देगा, जो डिवाइस पर चलते हैं, न कि उन अधिक शक्तिशाली क्लाउड-आधारित मॉडल्स तक, जिन्हें सर्वर सपोर्ट की आवश्यकता होती है। यह सतर्क दृष्टिकोण Apple की पारंपरिक प्राइवेसी और ऑन-डिवाइस प्रोसेसिंग पर जोर देने की नीति को दर्शाता है।
यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब Apple Intelligence का पहला साल कई चुनौतियों से भरा रहा। कंपनी की सीमित AI लॉन्चिंग विश्वसनीयता की समस्याओं से प्रभावित रही, जिसमें हेडलाइन समरीज़ को तथ्यात्मक गलतियों के कारण रोकना पड़ा। कई हाई-प्रोफाइल घटनाओं में, Apple Intelligence ने BBC जैसी संस्थाओं की न्यूज़ हेडलाइंस का गलत सारांश प्रस्तुत किया, जिससे वैध समाचार स्रोतों से झूठी जानकारी सामने आई।
अपने AI मॉडल्स को डेवलपर्स के लिए खोलकर, Apple AI की दौड़ में अपनी गति फिर से हासिल करने की कोशिश करता दिख रहा है, जहां OpenAI, Google और Anthropic जैसे प्रतिस्पर्धी पहले ही मजबूत फाउंडेशन मॉडल्स और डेवलपर प्लेटफॉर्म्स के साथ आगे निकल चुके हैं। यह रणनीति Apple के शुरुआती App Store की सफलता की याद दिलाती है, जहां थर्ड-पार्टी इनोवेशन ने प्लेटफॉर्म को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
WWDC में यह घोषणा iOS 19, iPadOS 19, macOS 16 और अन्य सॉफ्टवेयर अपडेट्स के प्रीव्यू के साथ की जाएगी। Apple मौजूदा Apple Intelligence फीचर्स में सुधार और संभवतः AI-संचालित बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम जैसी नई क्षमताओं की भी घोषणा कर सकता है।