टेक महिंद्रा के ताजा वित्तीय नतीजे दर्शाते हैं कि किस तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आईटी सर्विसेज सेक्टर को बदल रहा है, जिससे कंपनियां ऑटोमेशन के जरिए मुनाफा बढ़ाने के साथ-साथ कर्मचारियों की संख्या का रणनीतिक प्रबंधन कर पा रही हैं।
16 जुलाई 2025 को टेक महिंद्रा ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 34% सालाना बढ़ोतरी के साथ 1,140 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जबकि राजस्व में तिमाही आधार पर 0.2% की मामूली गिरावट आई। कंपनी का ईबीआईटीडीए तिमाही-दर-तिमाही 3.6% बढ़कर 1,935 करोड़ रुपये रहा, जो एआई के जरिए परिचालन दक्षता में सुधार को दर्शाता है।
महत्वपूर्ण रूप से, टेक महिंद्रा ने कुल 1,48,517 कर्मचारियों की संख्या दर्ज की, जो सालाना 897 की बढ़ोतरी है, जबकि एट्रिशन रेट 12.6% पर स्थिर रहा। कर्मचारियों की मामूली वृद्धि के बावजूद मुनाफे में उल्लेखनीय बढ़ोतरी यह दिखाती है कि एआई के चलते राजस्व वृद्धि और स्टाफिंग के बीच 'नॉन-लाइनियरिटी' संभव हो पाई है।
कंपनी की 'एआई डिलीवर्ड राइट' रणनीति, जिसे अप्रैल 2025 में पेश किया गया था, इस बदलाव का केंद्र रही है। यह तीन-स्तरीय रणनीति उत्पादकता बढ़ाने के लिए इंटेलिजेंट ऑटोमेशन, नवाचार के लिए उन्नत एआई क्षमताएं, और जिम्मेदार एआई प्रथाओं के जरिए आश्वासन पर केंद्रित है। टेक महिंद्रा लक्षित री-स्किलिंग के जरिए एआई स्किल गैप को दूर कर रही है, और वित्त वर्ष 2025-26 के अंत तक अपने पूरे वर्कफोर्स को एआई की मूल बातें सिखाने का लक्ष्य रखती है।
टेक महिंद्रा के एक कार्यकारी ने हालिया बयान में कहा, "कंपनियां अब एआई का उपयोग समस्याओं की स्वतः पहचान, मौजूदा वर्कफोर्स की उत्पादकता व दक्षता बढ़ाने और बिना हेडकाउंट घटाए राजस्व बढ़ाने के लिए कर रही हैं।"
17 जुलाई 2025 को व्यापक शेयर बाजार में भी टेक्नोलॉजी सेक्टर में एआई-आधारित रुझान देखने को मिले। वैश्विक बाजारों ने यूएस फेडरल रिजर्व की नीतियों को लेकर शुरुआती चिंता के बावजूद मजबूती दिखाई, जिसमें NVIDIA, Microsoft और xAI जैसी एआई-केंद्रित कंपनियां नवाचार और निवेश के नए अवसरों का नेतृत्व कर रही हैं।
हालिया बाजार विश्लेषणों के अनुसार, 2025 तक वैश्विक स्तर पर एआई निवेश $200 अरब के करीब पहुंचने का अनुमान है। कुल एआई बाजार इस वर्ष $243.70 अरब तक पहुंच सकता है और 2030 तक 27.67% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ने की संभावना है। वित्तीय विशेषज्ञ पोर्टफोलियो विविधीकरण और किफायती फाइनेंशियल प्लानिंग टूल्स के उपयोग की सलाह देते हैं, ताकि एआई-प्रेरित बाजार परिवेश में सफलता सुनिश्चित की जा सके।