Apple की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सही करने में लगातार असफलता टेक दिग्गज के भविष्य के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर रही है, जिससे न सिर्फ iPhone की बाजार में बादशाहत, बल्कि रोबोटिक्स और अन्य इनोवेटिव उत्पादों की महत्वाकांक्षी योजनाएँ भी खतरे में हैं।
Bloomberg की 18 मई की रिपोर्ट के अनुसार, Apple ने टॉप टैलेंट लाने के बावजूद AI में संघर्ष किया है। 2018 में कंपनी ने Google से John Giannandrea को नियुक्त किया था, जिन्होंने Photos, Translate और Gmail जैसे प्रोडक्ट्स में अत्याधुनिक AI तकनीक को सफलतापूर्वक लागू किया था। हालांकि, Apple इस सफलता को दोहराने में नाकाम रहा है और Siri अब भी बेसिक समझ और कमांड्स में प्रतिस्पर्धियों के वॉयस असिस्टेंट्स से पीछे है।
स्थिति इतनी चिंताजनक हो गई कि मार्च 2025 में CEO Tim Cook ने कार्यकारी टीम में बदलाव करते हुए Siri को Giannandrea की देखरेख से हटाकर Apple Vision Pro के निर्माता Mike Rockwell को सौंप दिया। Rockwell, जिन्होंने आंतरिक रूप से Siri की आलोचना की है और इसे अधिक पर्सनलाइज़्ड बनाने के लिए कई आइडिया पेश किए हैं, अब सीधे सॉफ्टवेयर प्रमुख Craig Federighi को रिपोर्ट करते हैं।
Apple की AI चुनौतियाँ सिर्फ Siri तक सीमित नहीं हैं। कंपनी की 'Apple Intelligence' पहल, जिसमें ईमेल री-राइटिंग और इनबॉक्स समरीकरण जैसी सुविधाएँ देने का वादा किया गया था, को भी भारी देरी का सामना करना पड़ा है। मार्च में, Siri के कार्यकारी Robby Walker ने एक ऑल-हैंड्स मीटिंग में इन देरी को "बदसूरत और शर्मनाक" बताया और इस बात को स्वीकार किया कि तकनीक के सार्वजनिक प्रचार के बावजूद वह तैयार नहीं थी, जिससे स्टाफ में निराशा है।
ये AI संघर्ष ऐसे समय में सामने आए हैं, जब Apple नए राजस्व स्रोतों की तलाश कर रहा है, जिसमें पर्सनल रोबोटिक्स भी शामिल है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी एक टेबलटॉप रोबोटिक डिवाइस विकसित कर रही है, जिसमें iPad जैसा डिस्प्ले एक रोबोटिक आर्म पर लगा होगा, और इसे 2026 या 2027 में लॉन्च करने की योजना है। यह डिवाइस होम कमांड सेंटर, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मशीन और सुरक्षा निगरानी टूल के रूप में काम करेगा, जिसमें Apple Intelligence और Siri का इस्तेमाल होगा।
जैसे-जैसे Amazon और Google जैसे प्रतिस्पर्धी अपनी AI क्षमताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, Apple के लिए इन चुनौतियों को पार करना न सिर्फ टेक इकोसिस्टम में अपनी स्थिति बनाए रखने, बल्कि नए उत्पाद क्षेत्रों में सफलतापूर्वक विस्तार करने के लिए भी बेहद जरूरी है।