menu
close

Apple का 'Solarium' रीडिज़ाइन: सभी प्लेटफ़ॉर्म्स को AI टच के साथ एकीकृत करेगा

Apple WWDC 2025 में 'Solarium' कोडनेम वाला एक बड़ा इंटरफ़ेस ओवरहॉल पेश करने जा रहा है, जो 2013 में iOS 7 लॉन्च के बाद से इसके इकोसिस्टम में सबसे महत्वपूर्ण रीडिज़ाइन होगा। visionOS से प्रेरित यह इंटरफ़ेस iOS, iPadOS, macOS, watchOS और tvOS में कांच जैसे पारदर्शी एलिमेंट्स लाएगा, जिससे एक अधिक एकीकृत विज़ुअल अनुभव मिलेगा। डिज़ाइन मुख्य आकर्षण रहेगा, लेकिन Apple कुछ AI-आधारित फीचर्स भी पेश करेगा, हालांकि प्रतिस्पर्धी कंपनियाँ AI के क्षेत्र में अधिक आक्रामक रूप से आगे बढ़ रही हैं।
Apple का 'Solarium' रीडिज़ाइन: सभी प्लेटफ़ॉर्म्स को AI टच के साथ एकीकृत करेगा

Apple, Worldwide Developers Conference (WWDC) 2025 में अपने पिछले एक दशक के सबसे महत्वाकांक्षी इंटरफ़ेस रीडिज़ाइन को पेश करने के लिए तैयार है, जिसकी शुरुआत 9 जून से होगी। 'Solarium' नामक इस व्यापक विज़ुअल ओवरहॉल के तहत, सभी Apple ऑपरेटिंग सिस्टम्स का लुक और फील एक साथ बदल जाएगा।

Solarium इंटरफ़ेस visionOS से गहराई से प्रेरित है, जो Apple के Vision Pro हेडसेट को संचालित करता है। नया डिज़ाइन अर्ध-पारदर्शी UI एलिमेंट्स, फ्रॉस्टेड ग्लास इफेक्ट्स और अधिक गोल, स्क्वर्कल-स्टाइल ऐप आइकॉन्स के साथ अपडेटेड आइकनोग्राफी लाता है। यह कांच जैसा विज़ुअल अप्रोच पारदर्शी बैकग्राउंड्स और तैरते हुए UI एलिमेंट्स के ज़रिए गहराई का एहसास कराता है, जो कंटेंट के ऊपर मंडराते प्रतीत होते हैं। हर Apple ऑपरेटिंग सिस्टम को इस रीडिज़ाइन के तहत कस्टम अपडेट्स मिलेंगे, जिनमें iOS और iPadOS में सबसे बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

Bloomberg के अनुसार, यह 2013 में iOS 7 लॉन्च के बाद से Apple का सबसे बड़ा ओवरहॉल है। जहां iOS 7 ने ब्राइट कलर्स और फ्लैट आइकॉन्स पेश किए थे, वहीं Solarium का उद्देश्य कार्यक्षमता को सुव्यवस्थित करना और विज़ुअल अपील को निखारना है। अपडेटेड सॉफ़्टवेयर एक अधिक आकर्षक लुक देगा, जिसमें इंटरफ़ेस एलिमेंट्स डिवाइसेज़ के बीच अधिक सामंजस्यपूर्ण दिखेंगे।

इंडस्ट्री ट्रेंड्स से हटकर, Apple WWDC 2025 में मुख्य रूप से Apple Intelligence पर फोकस नहीं करेगा। कंपनी डिज़ाइन उत्कृष्टता को प्राथमिकता दे रही है, जबकि Google और Microsoft जैसी कंपनियाँ AI में तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं। फिर भी, Apple कुछ चुनिंदा AI फीचर्स पेश करेगा, जिनमें कॉन्टेक्स्ट अवेयरनेस क्षमताएँ और डेवलपर्स के लिए AI टूल्स शामिल हैं। कंपनी Apple Intelligence को थर्ड-पार्टी AI मॉडल्स और डेवलपर्स के लिए खोलने जा रही है, जिससे विकास में तेजी आ सकती है और Apple का AI प्लेटफ़ॉर्म मजबूत हो सकता है।

WWDC में, Apple का फोकस ऑपरेटिंग सिस्टम डिज़ाइन पर रहेगा, न कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बड़ी उपलब्धियों पर। सबसे महत्वपूर्ण AI घोषणा होगी—Apple के आंतरिक बड़े भाषा मॉडल्स को थर्ड-पार्टी डेवलपर्स के लिए खोलना, जिससे App Store में Apple की जनरेटिव AI टेक्नोलॉजी पर आधारित नए अनुभव आ सकते हैं। कंपनी AI-आधारित बैटरी प्रबंधन टूल्स और हेल्थ फीचर्स भी पेश करेगी, साथ ही Siri और Google Gemini के बीच साझेदारी भी होगी। हालांकि, ये सुधार Google और Microsoft द्वारा दिखाए गए व्यापक AI विकास की तुलना में सीमित हैं।

Solarium रीडिज़ाइन केवल विज़ुअल बदलाव नहीं है—यह Apple की रणनीतिक सोच को दर्शाता है, जिसमें पूरे इकोसिस्टम को एकीकृत करने पर ज़ोर है। प्लेटफ़ॉर्म्स में एकरूपता लाकर, Apple यूज़र्स को डिवाइसेज़ के बीच अधिक सहज और इंट्यूटिव अनुभव देना चाहता है। कंपनी एक नया वर्ष-आधारित नामकरण भी अपना रही है, जिसमें सभी ऑपरेटिंग सिस्टम्स '26' नंबर (iOS 26, macOS 26 आदि) के साथ आएंगे, ताकि 2025-2026 रिलीज़ साइकिल के साथ तालमेल बैठाया जा सके।

जैसे-जैसे टेक इंडस्ट्री AI-प्रथम अनुभवों की ओर बढ़ रही है, Apple का डिज़ाइन उत्कृष्टता पर फोकस पारंपरिक ऑपरेटिंग सिस्टम अप्रोच को निखारने की उसकी प्रतिबद्धता दिखाता है। यह रणनीति Apple को AI-ड्रिवन बाज़ार में प्रतिस्पर्धी बनाए रखेगी या नहीं, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन Solarium रीडिज़ाइन आने वाले वर्षों में Apple इकोसिस्टम के उपयोगकर्ता अनुभव में बड़ा बदलाव लाएगा।

Source: Tomsguide

Latest News