मेटा प्लेटफॉर्म्स ने एआई के बेहद प्रतिस्पर्धी क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने स्केल एआई में $15 बिलियन का निवेश किया है, जो एक डेटा लेबलिंग कंपनी है और उन्नत एआई मॉडल्स के प्रशिक्षण के लिए महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराती है।
कई रिपोर्ट्स के अनुसार, इस डील के बाद स्केल एआई का मूल्यांकन लगभग $25 बिलियन हो गया है, जो पिछले साल के $13.8 बिलियन के मूल्यांकन से लगभग दोगुना है। इस निवेश के साथ मेटा को कंपनी में 49% हिस्सेदारी मिलेगी। स्केल एआई ने 2024 में $870 मिलियन का राजस्व अर्जित किया और 2025 में इसे दोगुना कर $2 बिलियन तक पहुंचाने की उम्मीद है।
इस साझेदारी का मुख्य केंद्र मेटा में एक नई 'सुपरइंटेलिजेंस' रिसर्च लैब की स्थापना है, जिसका नेतृत्व स्केल एआई के संस्थापक और सीईओ अलेक्ज़ेंडर वांग करेंगे। 28 वर्षीय उद्यमी वांग ने 2016 में स्केल एआई की स्थापना के बाद से इसे एआई उद्योग की रीढ़ बना दिया है, जो ओपनएआई, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और खुद मेटा जैसी प्रमुख टेक कंपनियों को डेटा लेबलिंग सेवाएं प्रदान करता है।
मेटा के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग इस पहल में व्यक्तिगत रूप से सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वे लगभग 50 शीर्ष एआई शोधकर्ताओं और इंजीनियरों की भर्ती कर रहे हैं, जिनमें ओपनएआई और गूगल जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों के प्रतिभाशाली लोग भी शामिल हैं। ज़ुकरबर्ग के करीबी सूत्रों के अनुसार, उनका मानना है कि मेटा अन्य टेक कंपनियों की तुलना में आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) हासिल करने में आगे निकल सकता है और निकलना भी चाहिए।
यह डील ऐसे समय में हुई है जब मेटा अपनी एआई विकास परियोजनाओं में चुनौतियों का सामना कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अप्रैल में जारी किए गए कंपनी के नवीनतम Llama 4 मॉडल्स आंतरिक प्रदर्शन अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके, और इसके प्रमुख 'Behemoth' मॉडल की रिलीज़ क्षमताओं को लेकर चिंताओं के कारण टल गई है।
स्केल एआई इस साझेदारी में खास विशेषज्ञता लेकर आता है, खासकर डेटा लेबलिंग और मॉडल मूल्यांकन में—जो उन्नत एआई सिस्टम विकसित करने के लिए बेहद जरूरी हैं। कंपनी ने सरकारी और रक्षा अनुबंधों के क्षेत्र में भी विस्तार किया है, जिसमें डिफेंस Llama का विकास शामिल है—यह एक बड़ा भाषा मॉडल है, जिसे मेटा के Llama 3 पर आधारित कर सैन्य और राष्ट्रीय सुरक्षा अनुप्रयोगों के लिए अनुकूलित किया गया है।
यह निवेश मेटा के लिए एक रणनीतिक बदलाव का संकेत है, जिसने अब तक मुख्य रूप से इन-हाउस रिसर्च और ओपन-सोर्स मॉडल्स पर जोर दिया था। वांग और उनकी टीम को शामिल कर मेटा का लक्ष्य अपनी एआई विकास क्षमताओं को तेज़ी से आगे बढ़ाना और माइक्रोसॉफ्ट व गूगल जैसी अन्य टेक दिग्गजों के साथ सुपरइंटेलिजेंस की दौड़ में अधिक प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करना है—ऐसे एआई सिस्टम्स जो सैद्धांतिक रूप से मानव संज्ञानात्मक क्षमताओं से भी आगे निकल सकते हैं।