सिंगापुर ने रासायनिक अनुसंधान में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग में वैश्विक अग्रणी के रूप में अपनी पहचान बनाई है, जिसका प्रभाव सामग्री विज्ञान, फार्मास्यूटिकल्स और सतत तकनीकों सहित कई क्षेत्रों में देखा जा रहा है।
एजेंसी फॉर साइंस, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च (A*STAR) और स्थानीय विश्वविद्यालयों ने ऐसे उन्नत एआई मॉडल विकसित किए हैं, जो रासायनिक व्यवहार का सटीक और तेज़ सिमुलेशन कर सकते हैं। ये मॉडल उन अनुसंधानों को, जिनमें पहले वर्षों लग जाते थे, अब कुछ ही सप्ताह या दिनों में पूरा करने में सक्षम हैं।
7 जुलाई 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, एआई-संचालित इस दृष्टिकोण से शोधकर्ता रासायनिक यौगिकों की विशाल संभावनाओं का अधिक प्रभावी ढंग से अन्वेषण कर सकते हैं। पारंपरिक तरीकों से अनुमानित 1060 छोटे से मध्यम आकार के अणुओं की संभावनाओं को खोजना संभव नहीं था। एआई मॉडल, उच्च-गति वर्चुअल स्क्रीनिंग और प्रयोग के साथ मिलकर, वैज्ञानिकों को इन असंख्य संभावनाओं के बीच अभूतपूर्व दक्षता के साथ नेविगेट करने में सक्षम बनाते हैं।
यह उपलब्धि सिंगापुर की व्यापक "एआई फॉर साइंस" पहल का हिस्सा है, जिसे स्मार्ट नेशन 2.0 कार्यक्रम के तहत S$120 मिलियन का वित्तपोषण प्राप्त हुआ है। उल्लेखनीय है कि इस पहल के तहत प्रस्तुत एक-तिहाई प्रस्ताव सामग्री विज्ञान अनुप्रयोगों पर केंद्रित थे, जो इस क्षेत्र की रणनीतिक महत्ता को दर्शाता है। इस पहल का उद्देश्य एआई-संचालित प्लेटफॉर्म विकसित करना है, जो वैज्ञानिक खोजों को वास्तविक जीवन में उपयोगी समाधान में बदल सके।
सिंगापुर का एआई-आधारित रासायनिक अनुसंधान में निवेश उसके अनुसंधान, नवाचार और उद्यम 2025 (RIE2025) योजना के अनुरूप है, जो कई क्षेत्रों में तकनीकी नवाचार को प्राथमिकता देती है। हाल ही में इस क्षेत्र में सफलता का एक उदाहरण एक नया एआई-संचालित कम्प्यूटेशनल पाइपलाइन है, जो कुशल ऑर्गेनिक सोलर सेल के लिए नवीन अणुओं की खोज को तेज़ करता है और इस तकनीक के व्यावहारिक अनुप्रयोग को दर्शाता है।
जैसे-जैसे सिंगापुर खुद को गहन-प्रौद्योगिकी नवाचार के केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है, ये एआई-संचालित रासायनिक सिमुलेशन वैज्ञानिक अनुसंधान के तरीके में महत्वपूर्ण प्रगति का संकेत देते हैं और दवा विकास से लेकर सतत सामग्री तक, खोजों को तेज़ करने का वादा करते हैं।