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टेक दिग्गजों ने एआई लहर पर सवार होकर रिकॉर्ड कमाई की, टैरिफ चिंताओं के बावजूद

अमेज़न, एप्पल, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट ने 2025 की दूसरी तिमाही में वॉल स्ट्रीट की उम्मीदों से बेहतर कमाई दर्ज की है, जिसमें एआई निवेशों ने उनके व्यवसायों में जबरदस्त वृद्धि की है। मेटा की आय 22% बढ़कर 47.5 अरब डॉलर हो गई, जबकि माइक्रोसॉफ्ट की अज्योर क्लाउड सेवा में 39% की वृद्धि हुई, जिससे उनके एआई इंफ्रास्ट्रक्चर निवेशों पर भारी रिटर्न मिला है। राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ नीतियों के कारण आर्थिक अनिश्चितता की आशंकाओं के बावजूद, ये टेक दिग्गज एआई टैलेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर में अरबों डॉलर का निवेश जारी रखे हुए हैं।
टेक दिग्गजों ने एआई लहर पर सवार होकर रिकॉर्ड कमाई की, टैरिफ चिंताओं के बावजूद

टेक इंडस्ट्री के सबसे बड़े खिलाड़ियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की परिवर्तनकारी शक्ति को अपने मुनाफे में दिखाया है। अमेज़न, एप्पल, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट—सभी ने दूसरी तिमाही में विश्लेषकों की उम्मीदों से बेहतर कमाई की है।

मेटा ने सबसे आगे रहते हुए साल-दर-साल 22% की शानदार आय वृद्धि दर्ज की, जो 47.5 अरब डॉलर तक पहुंच गई। कंपनी का शुद्ध लाभ 18.3 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल की तुलना में 36% अधिक है। सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग के एआई में बड़े निवेश अब रंग ला रहे हैं, क्योंकि विज्ञापन राजस्व में 20% से अधिक की वृद्धि एआई टूल्स की वजह से हुई है, जिससे विज्ञापनों की प्रभावशीलता बढ़ी है। मेटा के पूंजीगत व्यय इस तिमाही में 17 अरब डॉलर तक पहुंच गए, जो मुख्य रूप से उसके महत्वाकांक्षी 'सुपरइंटेलिजेंस' प्रयासों—नए डेटा सेंटर और एआई रिसर्च—की ओर निर्देशित थे।

माइक्रोसॉफ्ट ने भी निवेशकों को प्रभावित किया, क्योंकि उसकी अज्योर क्लाउड सेवाओं की आय में 39% की वृद्धि हुई, जिससे वित्त वर्ष 2025 के अंत तक इस यूनिट की कुल आय 75 अरब डॉलर से अधिक हो गई। कंपनी का एआई बिजनेस अब सालाना 13 अरब डॉलर की दर से राजस्व कमा रहा है, जो साल-दर-साल 175% की वृद्धि है। माइक्रोसॉफ्ट ने वित्त वर्ष 2025 के लिए लगभग 80 अरब डॉलर पूंजीगत व्यय का वादा किया है, ताकि एआई मॉडल ट्रेनिंग और डिप्लॉयमेंट के लिए डेटा सेंटर बनाए जा सकें।

अमेज़न ने भी तिमाही मुनाफे में 35% की वृद्धि दर्ज की, जो 18.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया, क्योंकि ई-कॉमर्स दिग्गज के एआई निवेश अब लाभ देने लगे हैं। हालांकि, अमेज़न की एडल्ट वेब सर्विसेज (AWS) क्लाउड यूनिट की वृद्धि माइक्रोसॉफ्ट की अज्योर के मुकाबले धीमी रही, जिससे निवेशकों को एआई क्षेत्र में उसकी प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति को लेकर कुछ चिंता हुई।

एप्पल की सर्विसेज सेगमेंट ने दूसरी तिमाही में 23.8 अरब डॉलर की आय दी, जो साल-दर-साल 14% अधिक है, जिससे कमजोर आईफोन प्रदर्शन की भरपाई हुई। कंपनी पर प्रतिस्पर्धियों की सफलताओं के बाद अपनी एआई क्षमताओं को और मजबूत दिखाने का दबाव बढ़ गया है।

इन शानदार नतीजों के बावजूद, सभी चार कंपनियों ने राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ नीतियों से उत्पन्न चुनौतियों को स्वीकार किया है, जिससे वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बनी हुई है। एप्पल, अमेज़न और अल्फाबेट पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि व्यापारिक साझेदारों के साथ तनावपूर्ण संबंध उत्पाद बिक्री और विज्ञापन खर्च को प्रभावित कर मुनाफे पर असर डाल सकते हैं। इसके बावजूद, इन टेक दिग्गजों के एआई में भारी निवेश—इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर हाई-प्रोफाइल टैलेंट अधिग्रहण तक—यह संकेत देते हैं कि वे मानते हैं कि एआई आर्थिक चुनौतियों के बावजूद आगे भी विकास का इंजन बना रहेगा।

Source: Digital Journal

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