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एंथ्रॉपिक ने एआई के आर्थिक प्रभाव पर नई शोध पहल शुरू की

एंथ्रॉपिक ने अपने इकोनॉमिक फ्यूचर्स प्रोग्राम की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के श्रम बाजार पर प्रभाव का अध्ययन करना और आने वाले आर्थिक परिवर्तन के लिए नीति सिफारिशें विकसित करना है। 27 जून को घोषित इस पहल के तहत $50,000 तक के शोध अनुदान दिए जाएंगे, वाशिंगटन डी.सी. और यूरोप में नीति संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा, और एआई के आर्थिक प्रभाव को ट्रैक करने के लिए दीर्घकालिक डेटा सेट तैयार किए जाएंगे। यह कार्यक्रम ऐसे समय में आया है जब एआई के कारण रोजगार में संभावित व्यवधान को लेकर चिंता बढ़ रही है। एंथ्रॉपिक के सीईओ ने पहले चेतावनी दी थी कि एआई अगले पांच वर्षों में आधे एंट्री-लेवल श्वेतपोश नौकरियों को समाप्त कर सकता है।
एंथ्रॉपिक ने एआई के आर्थिक प्रभाव पर नई शोध पहल शुरू की

एंथ्रॉपिक, एक अग्रणी एआई सुरक्षा और शोध कंपनी, ने 27 जून, 2025 को अपने इकोनॉमिक फ्यूचर्स प्रोग्राम की शुरुआत कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आर्थिक प्रभावों को संबोधित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

यह कार्यक्रम एंथ्रॉपिक के मौजूदा इकोनॉमिक इंडेक्स पर आधारित है और वैश्विक अर्थव्यवस्था व श्रम बाजारों पर एआई के प्रभाव को लेकर शोध और नीति प्रतिक्रियाएं विकसित करने का लक्ष्य रखता है। यह ऐसे समय में आया है जब एआई सिस्टम्स विभिन्न उद्योगों में कार्य के स्वरूप को तेजी से बदल रहे हैं।

एंथ्रॉपिक ने अपनी घोषणा में कहा, "इस कार्यक्रम का हमारा लक्ष्य श्रम बाजार और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर एआई के प्रभाव को लेकर नए शोध और संभावित प्रतिक्रियाओं के विकास में योगदान देना है।" यह पहल तीन मुख्य स्तंभों पर केंद्रित है: शोध अनुदान, प्रमाण-आधारित नीति विकास, और डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर।

एंथ्रॉपिक एआई के आर्थिक प्रभाव पर अनुभवजन्य शोध के लिए $10,000 से $50,000 तक के त्वरित अनुदान दे रहा है। इसके लिए आवेदन निरंतर स्वीकार किए जाएंगे और शुरुआती अनुदान अगस्त मध्य तक जारी किए जाएंगे। अनुदान प्राप्तकर्ताओं को $5,000 के क्लॉड एपीआई क्रेडिट भी मिलेंगे और उन्हें छह महीनों के भीतर अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करने होंगे।

कंपनी इस शरद ऋतु में वाशिंगटन डी.सी. और यूरोप में संगोष्ठियों का आयोजन करेगी, जिसमें नीति निर्माता, शोधकर्ता और उद्योग जगत के नेता एआई के आर्थिक प्रभावों से निपटने के लिए नीति प्रस्तावों का मूल्यांकन करेंगे। एंथ्रॉपिक उत्पादकता में अनुकूलन, श्रम संक्रमण, वित्तीय नीति और सामाजिक बीमा पर 18 महीनों के भीतर लागू की जा सकने वाली प्रमाण-आधारित सिफारिशें मांग रहा है।

यह पहल एआई के कारण रोजगार में संभावित व्यवधान को लेकर बढ़ती चिंताओं को दर्शाती है। एंथ्रॉपिक के सीईओ डारियो अमोडेई ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि एआई अगले एक से पांच वर्षों में एंट्री-लेवल श्वेतपोश नौकरियों का 50% तक समाप्त कर सकता है और बेरोजगारी दर को 10-20% तक पहुँचा सकता है। अमोडेई ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा, "हम, इस तकनीक के निर्माता होने के नाते, यह बताने के लिए बाध्य हैं कि आगे क्या आ सकता है।"

एंथ्रॉपिक की नीति कार्यक्रमों और साझेदारियों की प्रमुख सारा हेग ने प्रमाण-आधारित दृष्टिकोणों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "इन चर्चाओं को प्रमाणों पर आधारित करना और पहले से तय परिणामों या विचारों के साथ न चलना बहुत जरूरी है कि आगे क्या होगा।"

इस कार्यक्रम की शुरुआत कर एंथ्रॉपिक उन तकनीकी कंपनियों की बढ़ती कतार में शामिल हो गया है, जो अपनी तकनीकों के सामाजिक प्रभावों की जिम्मेदारी ले रही हैं और एआई के आर्थिक परिवर्तन को समझने व उसके लिए तैयार होने के प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।

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