गूगल का प्रायोगिक Project Starline, जो कई वर्षों से विकास में था, अब एक व्यावसायिक उत्पाद के रूप में Google Beam बन गया है। Google I/O 2025 में घोषित किए गए इस एआई-प्रथम 3D वीडियो कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म का उद्देश्य दूरस्थ सहयोग को पूरी तरह बदलना है, जिससे वर्चुअल बातचीत बेहद स्वाभाविक और इमर्सिव महसूस हो।
Google Beam आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 3D इमेजिंग और लाइट फील्ड डिस्प्ले टेक्नोलॉजी का उन्नत संयोजन इस्तेमाल करता है, जिससे सामान्य 2D वीडियो स्ट्रीम को यथार्थवादी 3D अनुभव में बदला जा सकता है। सिस्टम के अत्याधुनिक एआई वॉल्युमेट्रिक वीडियो मॉडल के जरिए उपयोगकर्ता एक-दूसरे से आंखों में आंखें डाल सकते हैं, चेहरे के सूक्ष्म भाव पढ़ सकते हैं और बॉडी लैंग्वेज को ऐसे महसूस कर सकते हैं जैसे वे एक ही कमरे में मौजूद हों। यह सब बिना किसी विशेष हेडसेट या चश्मे के संभव है।
गूगल ने अपनी घोषणा में बताया, "हमारे एआई वीडियो मॉडल और लाइट फील्ड डिस्प्ले के संयोजन से गहराई और डाइमेंशनलिटी की गहरी अनुभूति होती है। यही वह तकनीक है, जिससे आप आंखों में आंखें डाल सकते हैं, सूक्ष्म संकेत पढ़ सकते हैं और आमने-सामने की तरह समझ और विश्वास बना सकते हैं।"
Google Beam को बाजार में लाने के लिए कंपनी ने HP के साथ साझेदारी की है, जो पहले Beam डिवाइस बनाएगी। ये डिवाइस जून 2025 में ऑरलैंडो, फ्लोरिडा में होने वाले InfoComm (7-13 जून) में प्रदर्शित किए जाएंगे और इस साल के अंत तक चुनिंदा एंटरप्राइज ग्राहकों को उपलब्ध कराए जाएंगे। सॉफ्टवेयर इंटीग्रेशन के लिए गूगल Zoom के साथ भी काम कर रहा है, जबकि वैश्विक वितरण के लिए Diversified और AVI-SPL जैसे चैनल पार्टनर्स को जोड़ा गया है।
कई प्रमुख संगठनों ने पहले ही इस तकनीक को अपनाने में रुचि दिखाई है, जिनमें Deloitte, Salesforce, Citadel, NEC, Hackensack Meridian Health, Duolingo और Recruit शामिल हैं। Deloitte Consulting LLP के मैनेजिंग डायरेक्टर एंजेल आयाला ने Beam को "सिर्फ एक तकनीकी उपलब्धि नहीं, बल्कि हमारे जुड़ने के तरीके की नई कल्पना" बताया।
Beam के साथ ही, गूगल ने Google Meet के लिए एक पूरक फीचर की भी घोषणा की है: एआई-समर्थित स्पीच ट्रांसलेशन। इस सुविधा के जरिए प्रतिभागी भाषा की बाधाओं के पार स्वाभाविक रूप से बातचीत कर सकते हैं, जिसमें सिस्टम बोले गए शब्दों का लगभग रियल-टाइम में अनुवाद करता है और वक्ता की आवाज, टोन और भाव-भंगिमा को भी बरकरार रखता है। शुरुआत में यह सुविधा Google AI Pro और Ultra सब्सक्राइबर्स के लिए अंग्रेजी और स्पेनिश में उपलब्ध होगी, और जल्द ही अन्य भाषाएं भी जोड़ी जाएंगी। यह तकनीक गूगल की निर्बाध वैश्विक संवाद की कल्पना को और सशक्त बनाती है।