OpenAI अब ChatGPT के माध्यम से सीधे उत्पाद खरीदने पर बिक्री का एक प्रतिशत हिस्सा लेने की योजना बना रहा है, जो कंपनी की व्यापार रणनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
Financial Times द्वारा 16 जुलाई को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, OpenAI एक मूल चेकआउट फीचर विकसित कर रहा है, जिससे यूज़र्स चैट इंटरफ़ेस से बाहर जाए बिना ही लेन-देन पूरा कर सकेंगे। वर्तमान में, ChatGPT उत्पाद सुझाव देता है और यूज़र्स को बाहरी रिटेलर्स की वेबसाइट्स पर भेजता है, लेकिन नया सिस्टम यूज़र्स को पूरी खरीदारी प्रक्रिया के दौरान प्लेटफ़ॉर्म पर ही रखेगा। इस सिस्टम के माध्यम से ऑर्डर पूरा करने वाले व्यापारियों को हर बिक्री पर OpenAI को कमीशन देना होगा।
यह पहल OpenAI और Shopify की अप्रैल 2025 में घोषित साझेदारी पर आधारित है, जिसमें ChatGPT की शॉपिंग क्षमताओं को उत्पाद सुझाव, इमेज और रिव्यू जोड़कर बेहतर बनाया गया था। Shopify, जो पहले से ही TikTok जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स पर चेकआउट की सुविधा देता है, ChatGPT के ई-कॉमर्स फीचर के लिए बैकएंड इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराएगा।
यह कदम OpenAI के लिए एक रणनीतिक बदलाव है, जिसने अब तक मुख्य रूप से अपनी प्रीमियम सेवाओं की सब्सक्रिप्शन से राजस्व अर्जित किया है। जून 2025 तक कंपनी का वार्षिक राजस्व $10 बिलियन तक पहुँच गया है (जो दिसंबर 2024 में रिपोर्ट किए गए $5.5 बिलियन से लगभग दोगुना है), फिर भी पिछले साल कंपनी को लगभग $5 बिलियन का घाटा हुआ था और वह अतिरिक्त आय स्रोतों की तलाश में है। ई-कॉमर्स कमीशन के माध्यम से अपने मुफ्त यूज़र बेस को मोनेटाइज़ कर OpenAI एक नया महत्वपूर्ण आय स्रोत प्राप्त कर सकता है।
CEO सैम ऑल्टमैन ने मार्च में एक न्यूज़लेटर में संकेत दिया था कि कंपनी प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से की गई खरीदारी पर "लगभग 2 प्रतिशत एफिलिएट फीस" लेगी। हालांकि चेकआउट फीचर अभी विकासाधीन है, रिपोर्ट्स के अनुसार OpenAI और Shopify ने संभावित ब्रांड पार्टनर्स को सिस्टम के शुरुआती वर्शन दिखाए हैं और वित्तीय व्यवस्थाओं पर चर्चा की है।
यह विकास Google के उत्पाद खोज और पेड सर्च में दबदबे के लिए भी चुनौती है, क्योंकि अब अधिक उपभोक्ता सिफारिशों और खरीदारी सहायता के लिए AI चैटबॉट्स की ओर रुख कर रहे हैं। मार्केटिंग कंपनियां पहले से ही "AIO" (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑप्टिमाइज़ेशन) का प्रयोग कर रही हैं ताकि उनके उत्पाद AI-जनित सिफारिशों में दिखें, ठीक वैसे ही जैसे पारंपरिक SEO में होता है।