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Google ने AI कंटेंट धोखाधड़ी से निपटने के लिए SynthID Detector लॉन्च किया

Google ने SynthID Detector नामक एक सत्यापन पोर्टल लॉन्च किया है, जो SynthID तकनीक से वॉटरमार्क किए गए कंटेंट की पहचान करता है। यह टूल Google के AI मॉडल्स से बनी इमेज, ऑडियो, वीडियो और टेक्स्ट में वॉटरमार्क की जांच कर सकता है और उन हिस्सों को हाइलाइट करता है जिनमें वॉटरमार्क मौजूद है। SynthID के 2023 में लॉन्च होने के बाद से अब तक 10 अरब से अधिक कंटेंट वॉटरमार्क किए जा चुके हैं। फिलहाल Google यह डिटेक्टर पत्रकारों, मीडिया प्रोफेशनल्स और शोधकर्ताओं को वेटलिस्ट के जरिए उपलब्ध करा रहा है।
Google ने AI कंटेंट धोखाधड़ी से निपटने के लिए SynthID Detector लॉन्च किया

जैसे-जैसे जनरेटिव AI मानव और मशीन द्वारा बनाए गए कंटेंट की सीमाओं को धुंधला करता जा रहा है, Google ने डिजिटल विश्वास बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण टूल पेश किया है। Google I/O 2025 में घोषित SynthID Detector पोर्टल एक केंद्रीकृत प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, जहां यह जांचा जा सकता है कि किसी कंटेंट में Google का अदृश्य SynthID वॉटरमार्क है या नहीं।

यह तकनीक अपलोड किए गए मीडिया को स्कैन करके उसमें AI जनरेशन प्रक्रिया के दौरान जोड़े गए सूक्ष्म वॉटरमार्क की पहचान करती है। जब वॉटरमार्क मिलता है, तो सिस्टम इमेज के खास हिस्सों, ऑडियो या वीडियो के सेगमेंट्स, या टेक्स्ट के उन अंशों को चिन्हित कर सकता है, जिनमें वॉटरमार्क होने की सबसे अधिक संभावना है। यह सूक्ष्म विश्लेषण यूज़र्स को यह समझने में मदद करता है कि कंटेंट सिर्फ AI से बना है या उसमें कौन-कौन से हिस्से Google के AI टूल्स से बनाए या बदले गए हैं।

SynthID ने 2023 में अपनी शुरुआत के बाद से काफी विकास किया है। शुरुआत में यह सिर्फ इमेज पर केंद्रित था, लेकिन अब यह सभी प्रमुख कंटेंट प्रकारों पर काम करता है और Google के AI इकोसिस्टम—जैसे टेक्स्ट के लिए Gemini, इमेज के लिए Imagen, ऑडियो के लिए Lyria और वीडियो के लिए Veo—में उपलब्ध है। अब तक इस सिस्टम के जरिए 10 अरब से अधिक कंटेंट वॉटरमार्क किए जा चुके हैं, जो इसके व्यापक उपयोग को दर्शाता है।

Google ने SynthID की पहुंच अपने इकोसिस्टम से बाहर बढ़ाने के लिए NVIDIA के साथ साझेदारी की है, ताकि उनके Cosmos माइक्रोसर्विस से जनरेटेड वीडियो में भी वॉटरमार्क लगाया जा सके। साथ ही, GetReal Security के साथ मिलकर थर्ड-पार्टी वेरिफिकेशन की सुविधा भी दी गई है। Google ने SynthID टेक्स्ट वॉटरमार्किंग फ्रेमवर्क को ओपन-सोर्स भी कर दिया है, जिससे डेवलपर्स इसे अपने मॉडल्स में शामिल कर सकते हैं।

इन प्रगति के बावजूद SynthID की कुछ सीमाएं भी हैं। यह सिस्टम मुख्य रूप से Google के AI टूल्स या उसकी वॉटरमार्किंग तकनीक का उपयोग करने वाले कंटेंट पर ही काम करता है। अन्य AI प्रदाताओं, जैसे OpenAI के ChatGPT द्वारा बनाए गए कंटेंट की पहचान इससे नहीं हो सकती। इसके अलावा, Google मानता है कि SynthID अत्यधिक बदलाव या अनुवाद किए गए टेक्स्ट पर पूरी तरह कारगर नहीं है।

फिलहाल SynthID Detector शुरुआती टेस्टर्स के लिए उपलब्ध है, जिसमें पत्रकार, मीडिया प्रोफेशनल्स और शोधकर्ता वेटलिस्ट के जरिए एक्सेस प्राप्त कर सकते हैं। जैसे-जैसे AI जनरेटेड कंटेंट और अधिक परिष्कृत होता जा रहा है, SynthID जैसे टूल्स डिजिटल दुनिया में पारदर्शिता बनाए रखने और गलत सूचना से लड़ने के लिए बेहद जरूरी साबित हो रहे हैं।

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