डरहम स्थित सीनोस ने अपनी एआई-आधारित फर्मेंटेशन तकनीक को स्केल करने के लिए सीरीज़ ए फंडिंग में $15 मिलियन जुटाए हैं, जिससे कंपनी बायोटेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संगम पर स्थापित हो गई है। स्टॉकहोम स्थित टॉमएंटरप्राइज के नेतृत्व में हुए इस निवेश दौर से सीनोस के सेंसर सिस्टम और एआई क्षमताओं के विस्तार को बल मिलेगा, साथ ही कंपनी को ब्रूइंग से आगे उच्च-विकास वाले बाजारों में प्रवेश करने में मदद मिलेगी।
2017 में सीईओ जैरेड रेसनिक द्वारा स्थापित सीनोस (पूर्व में प्रिसीजन फर्मेंटेशन) ने दुनिया का सबसे बड़ा रियल-टाइम फर्मेंटेशन डाटाबेस तैयार किया है। कंपनी का प्रमुख प्लेटफॉर्म, BrewIQ, पारंपरिक फर्मेंटेशन टैंकों को 'डिजिटल नर्वस सिस्टम' में बदल देता है, जो लगातार शुगर कन्वर्जन, तापमान, दबाव और पीएच स्तर जैसे महत्वपूर्ण मानकों की निगरानी करता है।
एकत्रित डाटा एआई इंजन में जाता है, जिसे पैटर्न पहचानने, परिणामों की भविष्यवाणी करने और विसंगतियों को चिन्हित करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इससे ऑपरेटरों को जैविक प्रक्रियाओं पर अभूतपूर्व नियंत्रण मिलता है, जो पहले मैन्युअल सैंपलिंग और अनुमान पर निर्भर थे। यह तकनीक ब्रूइंग उद्योग में पहले ही अपनी उपयोगिता साबित कर चुकी है, जहां यह निर्माताओं को उत्पाद की स्थिरता बढ़ाने, अपशिष्ट घटाने और लाभप्रदता बढ़ाने में मदद करती है।
हालांकि सीनोस की शुरुआत बीयर उत्पादन से हुई थी, अब कंपनी फर्मेंटेशन से जुड़े अन्य क्षेत्रों जैसे वैकल्पिक प्रोटीन, बायोफ्यूल और फार्मास्यूटिकल्स में भी विस्तार कर रही है। रेसनिक ने कहा, "यह फंडिंग हमें ब्रूइंग और बेवरेज क्षेत्र में स्केल करने में सक्षम बनाएगी, जहां हमने पहले ही अपनी तकनीक की उपयोगिता साबित कर दी है। यह हर उस उद्योग में गहरी समझ लाने का मंच तैयार करता है, जहां फर्मेंटेशन से महत्वपूर्ण लाभ मिल सकते हैं।"
यह निवेश सीनोस के नए तकनीकी प्लेटफॉर्म के लॉन्च के साथ मेल खाता है, जिसमें M3 सेंसर सिस्टम को एआई-सक्षम BrewIQ एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर के साथ जोड़ा गया है। यह मॉड्यूलर सिस्टम मौजूदा सेटअप में आसानी से लगाया जा सकता है, जिससे विभिन्न स्तरों और उद्योगों के निर्माता इसका लाभ उठा सकते हैं।
जैसे-जैसे जलवायु के प्रति जागरूक उत्पादन और टिकाऊ खाद्य प्रणालियों की आवश्यकता बढ़ रही है, सीनोस की तकनीक अधिक कुशल, स्केलेबल और भरोसेमंद माइक्रोबियल प्रक्रियाओं की बढ़ती मांग को पूरा करती है। कंपनी का लक्ष्य है कि 2026 तक वह 'तरल और फर्मेंटेशन उत्पादन के हर चरण का समर्थन' करे, जिससे ब्रूइंग से लेकर बायोटेक्नोलॉजी तक के उद्योगों में सूक्ष्मजीवों की शक्ति का उपयोग पूरी तरह बदल सके।