Google ने अपने AI मोड फीचर के लिए सर्च लाइव वॉयस क्षमताओं की शुरुआत करके AI इंटरैक्शन को और अधिक संवादात्मक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। 18 जून, 2025 को घोषित इस अपडेट के तहत यूज़र्स अब Google सर्च इंजन के साथ प्राकृतिक, बोले गए संवाद कर सकते हैं।
इस नए फीचर के जरिए यूज़र्स जटिल सवाल भी बोलकर पूछ सकते हैं और AI द्वारा जनरेटेड ऑडियो जवाब पा सकते हैं, साथ ही वे लगातार बातचीत में फॉलो-अप सवाल भी कर सकते हैं। सर्च लाइव का उपयोग करने के लिए यूज़र्स को Android या iOS पर Google ऐप खोलना होगा, सर्च बार के नीचे नए 'Live' आइकन पर टैप करना होगा और अपना सवाल बोलना होगा।
Google सर्च की प्रोडक्ट मैनेजमेंट डायरेक्टर, लिज़ा मा ने बताया, "AI मोड में सर्च लाइव के पीछे Gemini का एक कस्टम वर्शन है, जिसमें उन्नत वॉयस क्षमताएँ हैं।" यह तकनीक Google की क्वेरी फैन-आउट तकनीक का उपयोग करती है, जिससे वॉयस जवाबों के साथ-साथ विविध वेब कंटेंट भी दिखाया जाता है और यूज़र्स को कई स्रोतों से जानकारी एक्सप्लोर करने का मौका मिलता है।
सर्च लाइव मल्टीटास्किंग के लिए खास तौर पर उपयोगी है। उदाहरण के लिए, यदि कोई यूज़र यात्रा के लिए पैकिंग कर रहा है तो वह पूछ सकता है, "सूटकेस में लिनन ड्रेस को सिलवटों से बचाने के कुछ टिप्स क्या हैं?" और फिर फॉलो-अप में पूछ सकता है, "अगर फिर भी सिलवटें आ जाएँ तो क्या करें?" यह बातचीत तब भी जारी रह सकती है जब यूज़र कोई अन्य ऐप इस्तेमाल कर रहा हो या स्क्रीन लॉक हो।
इस फीचर में एक 'ट्रांसक्रिप्ट' बटन भी है, जिससे यूज़र्स जवाबों का टेक्स्ट वर्शन देख सकते हैं और एक ही बातचीत में वॉयस व टाइपिंग के बीच स्विच कर सकते हैं। सर्च हिस्ट्री भी सेव रहती है, जिससे यूज़र्स अपने पिछले सर्च लाइव सेशन्स को AI मोड हिस्ट्री में देख सकते हैं।
यह लॉन्च ऐसे समय में हुआ है जब कुछ हफ्ते पहले ही Google ने I/O 2025 में घोषणा के बाद अमेरिका के सभी यूज़र्स के लिए AI मोड जारी किया था। कंपनी आने वाले महीनों में सर्च लाइव की क्षमताएँ और बढ़ाने की योजना बना रही है, जिसमें कैमरा इंटीग्रेशन भी शामिल है—जैसा कि I/O में डेमो किया गया था—जिससे यूज़र्स रियल-टाइम में जो देख रहे हैं, उसे सर्च को दिखा सकेंगे।
वॉयस बातचीत फीचर के जरिए Google अब Perplexity AI और OpenAI के ChatGPT सर्च जैसी सेवाओं से सीधी प्रतिस्पर्धा कर सकेगा, जो इसी तरह की वॉयस इंटरैक्शन क्षमताएँ देती हैं। यह Google की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसमें कंपनी अपने प्रोडक्ट ईकोसिस्टम में उन्नत AI क्षमताओं का एकीकरण कर रही है।