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भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए भारत ने क्वांटम साइबर सुरक्षा अकादमी की शुरुआत की

QNu Labs ने QNu Academy की स्थापना की है, जो भारत के राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के अनुरूप क्वांटम साइबर सुरक्षा प्रतिभा विकसित करने के लिए एक अग्रणी शैक्षिक पहल है। यह अकादमी IITs और DRDO जैसे प्रमुख संस्थानों के साथ साझेदारी में क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन (QKD), क्वांटम रैंडम नंबर जेनरेशन (QRNG) और पोस्ट-क्वांटम क्रिप्टोग्राफी (PQC) में विशेष प्रशिक्षण प्रदान करती है। यह रणनीतिक कदम इस बढ़ती चिंता को संबोधित करता है कि क्वांटम कंप्यूटर भविष्य में मौजूदा एन्क्रिप्शन विधियों को अप्रचलित कर देंगे, जिससे क्वांटम-रेडी सुरक्षा पेशेवरों की तत्काल आवश्यकता पैदा हो गई है।
भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए भारत ने क्वांटम साइबर सुरक्षा अकादमी की शुरुआत की

जैसे-जैसे क्वांटम कंप्यूटिंग में प्रगति पारंपरिक एन्क्रिप्शन को अगले दशक में तोड़ने की धमकी दे रही है, भारत अपने डिजिटल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है।

भारत की पहली क्वांटम साइबर सुरक्षा कंपनी QNu Labs ने 23 जून 2025 को QNu Academy लॉन्च की है, जिसका उद्देश्य ऐसे कुशल पेशेवरों की एक श्रृंखला तैयार करना है जो क्वांटम-सुरक्षित तकनीकों को लागू और प्रबंधित कर सकें। बेंगलुरु स्थित इस स्टार्टअप को भारत के राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (NQM) का समर्थन प्राप्त है। इसका उद्देश्य क्वांटम शिक्षा तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाना और क्वांटम लर्निंग के लिए एक स्थायी इकोसिस्टम तैयार करना है।

QNu Labs के सह-संस्थापक और सीईओ सुनील गुप्ता ने कहा, "QNu Academy सिर्फ एक शैक्षिक मंच नहीं है, बल्कि यह क्वांटम संचार के प्रति व्यापक जागरूकता पैदा करने का एक राष्ट्रीय मिशन है। भारत में साइबर सुरक्षा का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि हम आज के शिक्षार्थियों को आने वाले खतरों से निपटने के लिए कितनी अच्छी तरह तैयार करते हैं।"

अकादमी का पाठ्यक्रम स्व-निर्देशित कोर्सवर्क और प्रशिक्षक-नेतृत्व वाले प्रशिक्षण का संयोजन है, जिसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और वैश्विक क्वांटम अनुसंधान भागीदारों के सहयोग से विकसित किया गया है। छात्र प्रयोगशाला असाइनमेंट, वास्तविक जीवन के उपयोग मामलों और उद्योग मेंटरशिप के माध्यम से क्वांटम-सुरक्षित तकनीकों का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करेंगे।

इस पहल की एक प्रमुख विशेषता इसका सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) लैब मॉडल है, जिसे साझेदार संस्थानों में स्थापित किया जाएगा। ये लैब्स फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम्स की मेजबानी करेंगी और सैद्धांतिक ज्ञान को अनुसंधान और उत्पाद प्रोटोटाइप में बदलने में मदद करेंगी। अकादमी प्रमाणन ट्रैक और प्लेसमेंट सहायता भी प्रदान करेगी, ताकि स्नातकों को क्वांटम और साइबर सुरक्षा क्षेत्रों में अवसर मिल सकें।

यह लॉन्च ऐसे समय में हुआ है जब विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले 5-10 वर्षों में ऐसे क्वांटम कंप्यूटर आ सकते हैं, जो मौजूदा एन्क्रिप्शन मानकों को तोड़ने में सक्षम होंगे। दुनियाभर के संगठन पहले से ही 'अभी डेटा इकट्ठा करो, बाद में डिक्रिप्ट करो' हमलों को लेकर चिंतित हैं, जिसमें हमलावर आज एन्क्रिप्टेड डेटा एकत्र करते हैं ताकि क्वांटम कंप्यूटिंग के परिपक्व होने पर उसे डिक्रिप्ट किया जा सके।

QNu Academy भारत की क्वांटम आत्मनिर्भरता और डिजिटल संप्रभुता की यात्रा में एक रणनीतिक उपलब्धि है। क्वांटम साइबर सुरक्षा में स्वदेशी प्रतिभा तैयार कर भारत का लक्ष्य क्वांटम तकनीकों में वैश्विक नेताओं की पंक्ति में खुद को स्थापित करना है, जिससे विदेशी सुरक्षा समाधानों पर निर्भरता कम हो और देश का महत्वपूर्ण डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रह सके।

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